चर्चित और विवादित लोगों के लिए समाज में रहना सामान्य नहीं होता। तमाम तरह की अफवाहें उनके बारे में लगातार फैलाई जाती रहती हैं, जिनका खंडन कर पाना संभव ही नहीं है, लेकिन दैनिक भास्कर जैसा अख़बार भी इस मुहिम में शामिल हो जाये, तब बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है।
दैनिक भास्कर अखबार ने मटुकनाथ और जूली के संबधों में खटास आने की खबर छापी है, लेकिन खबर का कोई आधार नहीं है। मटुकनाथ ने दैनिक भास्कर की खबर का खंडन भी किया है। उन्होंने अपनी फेसबुक वाल पर लिखा है कि “क्या अखबार अफवाहें फैलाने और भड़ास निकालने का माध्यम है ? दैनिक भास्कर, पटना में आज छपी खबर को देखकर तो ऐसा ही लगता है ! महान खोजी फोटोग्राफर मनीष सिन्हा ने बिना किसी आधार के हमारे सम्बन्ध के गड़बड़ होने की खबर प्रकाशित कर दी है ! जिस पत्रकार की नीयत सिर्फ सनसनी फैलाने की हो, वह जानकारी लेने की जहमत क्यों उठाये ! थोड़ी देर के लिए हमें दूर-दूर चलते देखकर ही अलगाव की घोषणा कर देने से अखबार की बिक्री बढ़ तो जायेगी ही। सच्चाई जाये भाड़ में ! मुझे अफ़सोस है कि मनीष जी और उनके जैसी सोच रखने वाले लोगों की यह मुराद कभी पूरी नहीं होने वाली है। ईर्ष्या तू कितनों को नाच नाचती है !