क्रूरता की आखिरी हद है कन्या भ्रूण हत्या: पूनम यादव

क्रूरता की आखिरी हद है कन्या भ्रूण हत्या: पूनम यादव
संकल्प दिलातीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम यादव।
संकल्प दिलातीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम यादव।
बदायूं जिले के बिल्सी तहसील क्षेत्र में स्थित गाँव गुधनी में चल रहे महायज्ञ में आज समापन के अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। यज्ञ में पवित्र घृत साकल्य के साथ लोगों ने अपनी बुराइयों को छोड़ने का संकल्प किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम यादव रहीं।
पूनम यादव ने कहा कि यज्ञ करने से आत्मा और वातावरण दोनों पवित्र होते हैं, क्योंकि यज्ञ ही जीवन का आधार है। उन्होंने कहा कि समाज में इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या को पाप बताते हुए कहा कि इसके विरोध में सबको खड़ा होना चाहिए। गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग परीक्षण करवाना व भ्रूण हत्या एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार जघन्य पाप है, साथ ही संविधान की दृष्टि से भी बड़ा अपराध है।
पूनम यादव ने कहा कि भ्रूण हत्या एक ऐसा पाप है, जिसके लिये कोई क्षमा नही है। संसार का कोई भी श्रेष्ठ धर्म भ्रूण हत्या को समर्थन नहीं देता है, क्योंकि यह कार्य मानवता के विरूद्ध है। गर्भ में बालक निर्बल और असहाय अवस्था में रहता है, ऐसी अवस्था में जन्म लेने से पहले ही उस निरपराध बच्चे की हत्या कर देना क्रूरता की आखिरी हद है।
इस अवसर पर रामेश्वर दयाल श्रीवास्तव द्वारा लिखित पुस्तक “रामेश्वर रामायण” का विमोचन पूनम यादव व समस्त विद्वानों के द्वारा किया गया। आचार्य संजीव रूप ने सभी यजमानों को आशार्वाद दिया। आचार्य वेदव्रत आर्य, सीमा चौहान, प्रशांत गुप्ता, अर्जुन सिंह, राकेश सिंह सहित सभा में हजारों लोग उपस्थित रहे।
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