चौरासी कोसी यात्रा निकालने वाले हिंदुओं के दुश्मन

तथा-कथित संतों का समाज के सामने जिस तरह खुलासा हो रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि शातिर किस्म के कुछ लोगों ने चंबल में न जाकर धर्म के नाम पर आश्रम बना लिए हैं और उनमें वह सब भी कर रहे हैं, जो चंबल में रह कर नहीं कर पाते। एक तरह […]

उमा भारती की शादी में बाधा था काला रंग

न मौसम, न बादल, फिर भी बरसात होने लगे, तो अधिकाँश लोगों के मन में यह सवाल उठने लगेगा कि बारिश कैसे हो रही है? गोविंदाचार्य और उमा भारती के जवानी के चर्चे आज कल सुर्ख़ियों में हैं, जिससे अधिकांश लोगों के मन में यह सवाल चल रहा है कि बुझ चुकी आग की राख […]

संविधान के विपरीत है वीआईपी और वीवीआईपी श्रेणी

विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा में लगे जवानों और उन पर किये जा रहे खर्च का मुद्दा उच्चतम न्यायलय तक पहुँच गया है। विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों को सुरक्षा देनी चाहिए या नहीं, इस पर बहस भी छिड़ गई है। कोई कह रहा है कि सुरक्षा देनी चाहिए, तो किसी का मत […]

चालाक विदेशी कंपनियों की चाल है वेलेंटाइन डे

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-उत्तर कोरिया, चीन आदि देशों की नजर में भारत एक सर्वश्रेष्ठ बाजार है और उनकी नजर में यहां रहने वाले लोग सिर्फ एक ग्राहक। विदेशी कंपनियां भारतीयों को सबसे भोला ग्राहक समझती हैं, क्योंकि थोड़ी सी भूमिका बनाने के बाद ही भारतीय आसानी से चंगुल में फंस जाते हैं। भारत में लगातार बढ़ […]

भाजपा को ही तोड़ लेना चाहिए जद यू से नाता

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का आधार भारतीय जनता पार्टी है। बड़े घटकों में अकाली दल, शिवसेना और जद यू प्रमुख हैं। यहाँ ध्यान देने की प्रमुख बात यह है कि अकाली दल पंजाब से बाहर की बात नहीं करता, वैसे ही शिवसेना महाराष्ट्र तक सीमित रहती है। भाजपा के अंदरूनी मामलों में यह दोनों ही प्रमुख […]

अखिलेश के जातिवादी न होने से दुखी हैं मुलायम

उम्र का एक पड़ाव पार करने के बाद चाहते हुए और न चाहते हुए बहुत कुछ पीछे छूटने लगता है, लेकिन इंसान का स्वभाव है कि वह कुछ भी छोड़ना नहीं चाहता। जीवनपर्यन्त सब कुछ साथ लेकर चलना चाहता है। कहते हैं कि हर जीव को अपने बच्चे अपनी जान से भी प्रिय होते हैं, […]

भाजपा से ही है भाजपा की जंग

लोकसभा चुनाव फ़तेह करने की तैयारी में छोटे-बड़े सभी दल जुटे हुए हैं और सत्ता पाने की दिशा में अंदर ही अंदर रणनीति बना रहे हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी चुनाव बाद सत्ता अपनी मानते हुए चुनाव की तैयारी करने की जगह प्रधानमंत्री चुनने की रणनीति पर काम कर रही है, इसलिए भाजपा की प्रतिद्वंदता […]

क्या होगा देश में नमो, नमो, नमो?

जनता की पुरजोर मांग के बाद तमाम अवरोधों के बावजूद आखिरकार भाजपा ने मोदी के नाम पर मोहर लगा दी। लगा कि इस देश को वाकई जनता या यूं कहें, कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स चला रही हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की हैट्रिक लगने के बाद से ही ‘देश में नमो नमो […]

न इंसान बन पाए और न जानवर

कहते हैं, श्रीमती गांधी की वर्तमान में उनके पति से पहली भेंट हयात के डिस्क ‘घूँघरू’ में हुई थी। ज़ाहिर है, वे डिस्क में खादी की साड़ी पहनकर तो नहीं गयीं होंगी। वे कुछ भी पहन लें, उन पर बलात्कार तो दूर छींटाकशी तक करने की हिम्मत नहीं किसी में। एक बार एक दुस्साहसी ने […]

उपेक्षित समाज की सबसे बड़ी नेता हैं मायावती

उपेक्षित और शोषित समाज को सम्मान व न्याय दिलाने की दिशा में संघर्ष करने वालों की सूची काफी लंबी है, लेकिन लंबे संघर्ष के बाद भी वह सब मिल कर जो काम नहीं कर पाए, वह काम मायावती ने कर दिखाया है, इसलिए यह कहना अतिशियोक्ति नहीं होगा कि उपेक्षित और शोषित समाज की अब […]