शक्तिशाली भारत के निर्माता थे सरदार वल्लभभाई पटेल

शक्तिशाली भारत के निर्माता थे सरदार वल्लभभाई पटेल

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड स्थित एक कृषक परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम झावेरभाई और माता का नाम लाडभाई था। उनके पिता पूर्व में करमसाड में रहते थे। उनके सत्रह वर्ष पिता के साथ खेतों में काम करते हुए ही बीत गये। माँ के प्रभाव […]

जनता की नज़र में गांधी परिवार ही है सरकार

जनता की नज़र में गांधी परिवार ही है सरकार

मनमोहन सिंह पीएम (प्राइम मिनिस्टर) सिर्फ कागजों में हैं। वास्तव में अधिकाँश लोग पॉलिटीशियन मेकर होने के कारण असली पीएम सोनिया गांधी को मानते हैं। सोनिया गांधी को लोग पीएम (पॉलिटीशियन मेकर) यूं ही नहीं मानते, इसके पीछे कई कारण हैं। सब से पहला कारण तो यही है कि फिलहाल मनमोहन सिंह पीएम उनके आदेश […]

मुस्लिम प्रत्याशी कांग्रेस के पक्ष में पलट सकता है बाजी

अब यह स्पष्ट हो गया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष-2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे, इसलिए अधिकाँश लोगों की नज़र अब कांग्रेस हाईकमान की ओर टिक गई है, कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी के मुकाबले किसे उतारेगी? हालांकि, अधिकाँश लोगों का यही मानना […]

चौरासी कोसी यात्रा निकालने वाले हिंदुओं के दुश्मन

तथा-कथित संतों का समाज के सामने जिस तरह खुलासा हो रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि शातिर किस्म के कुछ लोगों ने चंबल में न जाकर धर्म के नाम पर आश्रम बना लिए हैं और उनमें वह सब भी कर रहे हैं, जो चंबल में रह कर नहीं कर पाते। एक तरह […]

उमा भारती की शादी में बाधा था काला रंग

न मौसम, न बादल, फिर भी बरसात होने लगे, तो अधिकाँश लोगों के मन में यह सवाल उठने लगेगा कि बारिश कैसे हो रही है? गोविंदाचार्य और उमा भारती के जवानी के चर्चे आज कल सुर्ख़ियों में हैं, जिससे अधिकांश लोगों के मन में यह सवाल चल रहा है कि बुझ चुकी आग की राख […]

संविधान के विपरीत है वीआईपी और वीवीआईपी श्रेणी

विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा में लगे जवानों और उन पर किये जा रहे खर्च का मुद्दा उच्चतम न्यायलय तक पहुँच गया है। विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों को सुरक्षा देनी चाहिए या नहीं, इस पर बहस भी छिड़ गई है। कोई कह रहा है कि सुरक्षा देनी चाहिए, तो किसी का मत […]

चालाक विदेशी कंपनियों की चाल है वेलेंटाइन डे

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-उत्तर कोरिया, चीन आदि देशों की नजर में भारत एक सर्वश्रेष्ठ बाजार है और उनकी नजर में यहां रहने वाले लोग सिर्फ एक ग्राहक। विदेशी कंपनियां भारतीयों को सबसे भोला ग्राहक समझती हैं, क्योंकि थोड़ी सी भूमिका बनाने के बाद ही भारतीय आसानी से चंगुल में फंस जाते हैं। भारत में लगातार बढ़ […]

भाजपा को ही तोड़ लेना चाहिए जद यू से नाता

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का आधार भारतीय जनता पार्टी है। बड़े घटकों में अकाली दल, शिवसेना और जद यू प्रमुख हैं। यहाँ ध्यान देने की प्रमुख बात यह है कि अकाली दल पंजाब से बाहर की बात नहीं करता, वैसे ही शिवसेना महाराष्ट्र तक सीमित रहती है। भाजपा के अंदरूनी मामलों में यह दोनों ही प्रमुख […]

अखिलेश के जातिवादी न होने से दुखी हैं मुलायम

उम्र का एक पड़ाव पार करने के बाद चाहते हुए और न चाहते हुए बहुत कुछ पीछे छूटने लगता है, लेकिन इंसान का स्वभाव है कि वह कुछ भी छोड़ना नहीं चाहता। जीवनपर्यन्त सब कुछ साथ लेकर चलना चाहता है। कहते हैं कि हर जीव को अपने बच्चे अपनी जान से भी प्रिय होते हैं, […]

भाजपा से ही है भाजपा की जंग

लोकसभा चुनाव फ़तेह करने की तैयारी में छोटे-बड़े सभी दल जुटे हुए हैं और सत्ता पाने की दिशा में अंदर ही अंदर रणनीति बना रहे हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी चुनाव बाद सत्ता अपनी मानते हुए चुनाव की तैयारी करने की जगह प्रधानमंत्री चुनने की रणनीति पर काम कर रही है, इसलिए भाजपा की प्रतिद्वंदता […]