हंसो-हँसाओ

चुट्कुले

मोहन (रामू से)- यार तुम्हारी पत्नी की मौत का बड़ा अफसोस है। वैसे हुआ क्या था?
रामू (मोहन से)- गोली लगी थी माथे में।
मोहन- शुक्र कर ऊपर वाले का कि आंख बच गई।

*******

संता (बंता से)- मैं इस बार चुनाव लड़ूंगा और मैंने अपना चुनाव चिन्ह भी सोच लिया है।
बंता (संता से)- क्या होगा तुम्हारा चुनाव चिन्ह?
संता- गधा।
बंता-मेरी राय में तुम्हें अपना चुनाव चीन्ह बदल लेना चाहिए ताकि तुममें और तुम्हारे चुनाव चिन्ह में कुछ तो अंतर रहे।

*******

रात के समय संता-बंता फ्लैट में बैठे गप-शप कर रहे थे।
संता को ख्याल आया कि समय मालूम किया जाए। पता चला घड़ी बंद है। बंता के पास घड़ी नहीं थी। अंतत: संता ने जोर-जोर से गाना शुरू कर दिया।
फलस्वरूप सामने की खिड़की खुली और एक आदमी बुलंद आवाज में चीखा- ये क्या बदतमीजी है। रात के तीन बजे गाना गाया जा रहा है।

******

चुन्नु (मुन्नु से)- क्या तुम्हारे पापा सचमुच बहुत पैसे वाले हैं?

मुन्नु (चुन्नु से)- पूछो मत, उनका एक-एक दांत सोने का है।

चुन्नु- फिर तो अपना सिर तिजोरी में रखकर सोते होंगे।

Leave a Reply