विकास पुरुष धर्मेन्द्र को मोदी की सुनामी भी न डिगा पाई

विकास पुरुष धर्मेन्द्र को मोदी की सुनामी भी न डिगा पाई
जीतने के बाद मतगणना स्थल से अपने आवास की ओर जाते समय जनता का अभिवादन व्यक्त करते सांसद धर्मेन्द्र यादव
जीतने के बाद मतगणना स्थल से अपने आवास की ओर जाते समय जनता का अभिवादन व्यक्त करते सांसद धर्मेन्द्र यादव

इस लोकसभा चुनाव में विकास ही अहम मुददा रहा। देश की जनता ने नरेंद्र मोदी पर विश्वास कर भाजपा को बहुमत दे दिया, उसी तरह बदायूं लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने अपने परखे हुए विकास पुरुष सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव को ही पुनः चुन लिया।

बदायूं लोकसभा क्षेत्र से धर्मेद्र यादव 4,98,008 मत पाकर विजयी रहे हैं। उन्होंने भाजपा के वागीश पाठक को 1,66,201 मतों से पराजित किया है। बसपा के अकमल खां 1,76,866 मत पाकर तीसरे नंबर के खिलाड़ी रहे और अन्य सभी की जमानत ही जब्त हो गई। असलियत में धर्मेन्द्र यादव की इस प्रचंड जीत के पीछे उनके द्वारा कराया गया अभूतपूर्व विकास इतना मजबूत मुददा रहा कि नरेंद्र मोदी के नाम की सुनामी भी बदायूं की जनता का हृदय परिवर्तन नहीं कर पाई।

जिला निर्वाचन अधिकारी से जीत का प्रमाण पत्र लेते सांसद धर्मेन्द्र यादव
जिला निर्वाचन अधिकारी से जीत का प्रमाण पत्र लेते सांसद धर्मेन्द्र यादव

धर्मेद्र यादव बदायूं से वर्ष 2009 में चुनाव जीते थे, इसके बाद प्रदेश में सपा की सरकार आई, तो उन्होंने बदायूं में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पालिटेक्निक, तीन आईटीआई, दो डिग्री कॉलेज, चार इंटर कॉलेज, कई मॉडल स्कूल और हाईस्कूल के साथ प्राइमरी स्कूल भी खुलवाये। 568,63 करोड़ रुपया सड़कों के लिए मंजूर कराया, जिसमें बरेली-बदायूं फोर लेन बन रहा है। शहर और ग्रामीण क्षेत्र की जनता जाम से त्रस्त थी, उसके लिए ओवर ब्रिज बनवा कर बड़ी मुश्किल से निजात दिला दी। पुलों के निर्माण के साथ उनके प्रयास से जिले में नहर बनाने की भी मंजूरी मिल चुकी है।

धर्मेन्द्र यादव की जीत को विरोधी चाहे जिस रूप में देखें, पर बदायूं के मतदाताओं ने धर्मेन्द्र यादव के रूप में विकास पुरुष को ही चुना है।

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